सनातन हिन्दू सभ्यता विश्व की सबसे प्राचीन सबसे महान और सर्वाधिक उन्नत सभ्यता है। आक्रमणकारियों ने विश्व की अनेक सभ्यताओं को नष्ट कर दिया, लेकिन सनातन सभ्यता आज भी अपने गौरव के साथ टिकी हुई है। हमारी सभ्यता टिकी है हमारे सनातन संस्कारो पर, सनातन मूल्यों पर, सनातन आदर्शों पर और सनातन धर्म पर। यह सभ्यता, संस्कृति, धर्म ही हमारी विरासत हैं, और यही विरासत हम हिन्दुबुक के माध्यम से आने वाली पीढ़ियों को देना चाहते हैं। यदि हम हमारी महान सांस्कृतिक जीवनशैली के प्रति प्रतिबद्ध रहें तो यह राष्ट्र उन्नति के शिखर पर होगा!
हिन्दू समाज भगवान श्रीराम को अपना आदर्श मानता हैं! वे केवल मर्यादा की मूर्ति नहीं बल्कि हमारे बल पराक्रम और साहस का भी प्रतीक हैं! इसीलिए ईश्वर रूप में भगवान श्री राम की न केवल पूजा बल्कि उनके आदर्शों को जीवन में उतारने से ही हम अपने समाज को और आने वाले कल को एक उत्कृष्ट वातावरण प्रदान कर सकेंगे!
ईश्वर की अनुभूति तब ही हो सकती है जब हम जीवन में अपने महापुरुषों के आदर्शों को उतारें, लेकिन हमारे देश में यह परम्परा थोड़ी अलग है, यहाँ हम ईश्वर के आदर्शों को अपने जीवन में उतारकर स्वयं उस परब्रह्म को अपने भीतर जागृत कर सकते हैं! यही हिन्दू धर्म की महानता है, जो संसार में और कहीं देखने नहीं मिलती!